काश के ये प्यार जैसी चीज़ न होती  ....  
न सपने होते ,
न हम दीवाने होते  .... 
 न इश्क़ के बहाने होते ,
न झूठे-सच्चे अफ़साने होते .... 
न देर रातें बातें होती ,
न अनगिनत मुलाकातें होती .... 
  न शामें सुहानी लगती ,
न सुबह बेगानी लगती .... 
न कहानियां बनती ,
न कोई कलाकार बनता .... 
 न दिल को अफ़सोस होता ,
न प्यार में कोई सोज़ होता .... 
काश के बस एक एहसास होता ,
और ये नादान दिल भी अपने पास होता  ....... 




 
C0FE68781B
ReplyDeletekiralık hacker
hacker arıyorum
belek
kadriye
serik