Saturday 7 September 2013

Sandil si hansi !!


सहमी सी हंसी को समझो  …  
उसमे भी कुछ बात है  … 
हाथों की लकीरों को पढो  … 
उसमे भी कुछ ख़ास है  … 
एक बात है जो दस्तक देती है मन में  … 
किसी दिल की आवाज़ को,
यादों में बसा देती है आनन फानन में  … 
डरते हैं तो लगता है  … 
कोई प्यार से सुला दे हमे  … 
नींद न भगाए पर  … 
फिर भी प्यार समझा दे हमे  … 
ग़मों से दूरी बढ़ जाए तो  … 
और प्यार करना सिखा दे हमे  … 

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